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Betul : कोयला खदान में हादसा, असिस्टेंट मैनेजर समेत तीन की मौत






बैतूल से अनिल सिंह ठाकुर
की रिपोर्ट


बैतूल : मध्यप्रदेश के बैतूल जिले के सारणी थाना क्षेत्र के पाथाखेड़ा की वेस्टर्न कोल फील्ड (डब्लूसीएल) की छतरपुर-वन कोयला खदान के अंदर 6 मार्च गुरुवार को कंटयूनर माइनर मशीन से कोयला काटते समय अचानक खदान की छत गिर गई । इससे असिस्टेंट मैनेजर समेत तीन की मौत हो गई. घटना की जानकारी लगते ही क्षेत्रीय विधायक डॉ. योगेश पंडाग्रे, कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी, पुलिस अधीक्षक निश्चल. एन. झरिया समेत आला अधिकारी मौके पर पहुंच गए थे.


खदान से तीन के शव बाहर निकाले


प्राप्त जानकारी के अनुसार गुरुवार दोपहर करीब तीन बजे के वेकोलि पाथाखेड़ा की छतरपुर-वन खदान के कंटीन्यूअस माइनर सेक्शन में मशीन से 14 मीटर की कोयला चट्टान को काटकर मशीन निकालने पर यहाँ निरीक्षण करने के लिए असिस्टेंट मैनेजर गोविंद कोसरिया (37), माइनिंग सरदार रामप्रसाद चौहान (46) एवं ओवरमैन रामदेव मंडोले (49) पहुंचे थे. इसी दौरान आठ फीट लंबी, छह मीटर चौड़ी एवं एक फीट मोटी कोयला पत्थर की चट्टान अचानक गिर गई. इस हादसे में तीन वेकोलि कर्मी गोविंद कोसरिया, रामप्रसाद चौहान एवं रामदेव मंडोले की दबने से मौके पर ही मृत्यु हो गई.

शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया

पुलिस अधीक्षक निश्चल एन. झरिया ने तीन लोगों की मृत्यु की पुष्टि करते हुए बताया कि तीनों शवों को खदान से बाहर निकालकर पोस्टमार्टम के लिए सरकारी अस्पताल भेज दिया गया है. बताया गया है कि खदान के अंदर जिस सेक्शन में हादसा हुआ, वह जॉय माइनिंग सर्विस का था, कोयला चट्टान को काटने वाली मशीन आस्ट्रेलिया की और कंपनी कोलकाता की है. घटना की सूचना मिलते ही वेकोलि पाथाखेड़ा की रेस्क्यू की तीन टीम के अलावा बैतूल से एसडीआरएफ की टीम ने पहुंचकर कड़ी मशक्क्कत के बाद शवों को देर शाम खदान से बाहर निकालकर अस्पताल पहुंचाया. बताया गया कि पहला रेस्क्यू शाम 7 बजे, दूसरा रेस्क्यू शाम 7.15 बजे एवं तीसरा रेस्क्यू शाम 7.30 बजे किया गया. बताया गया है कि घटना खदान के मुहाने से करीब साढे तीन किलोमीटर दूर घटी थी. घटना को जानकारी मिलते ही बड़ी संख्या में वेकोलि कर्मी एवं यूनियन के नेता मौके पर पहुंच गए थे.

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