
रिपोर्ट: जितेंद्र कुमार
आरा : भोजपुर जिला के अगिआंव प्रखंड अंतर्गत लहरपा गांव में बीते रविवार को सत्ता संरक्षित सामंती गुंडों द्वारा की गई। नरसंहार की घटना पर आज मंगलवार को राजद का दस सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव एवं राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के निर्देशानुसार जिलाध्यक्ष वीरबल यादव के नेतृत्व में भोजपुर पहुंचा और घटना की सारी जानकारी पीड़ितों से ली। राजद प्रतिनिधमंडल ने नीतीश-मोदी सरकार पर लॉ एंड ऑर्डर को लेकर सवाल खड़े किए। लहरपा की घटना ने बिहार की नीतीश सरकार और केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के तथाकथित”सुशासन” के दावों की पोल खोल दी है।
लहरपा गांव की यह घटना बिहार में जंगलराज का प्रमाण
प्रतिनिधिमंडल के संयोजक एवं बिहार सरकार में पूर्व मंत्री सह विधायक आलोक कुमार मेहता ने कहा कि लहरपा गांव की यह घटना बिहार में जंगलराज का प्रमाण है। नीतीश और मोदी की डबल इंजन सरकार ने सामंती गुंडों को खुली छूट दे रखी है। एनडीए सरकार के संरक्षण में अपराधी बेखौफ होकर गरीबों, दलितों, पिछड़ों को निशाना बना रहे हैं। उन्होंने जिला प्रशासन से मांग किया कि यथाशीघ्र इस घटना में एक राजनीतिक पार्टी से जुड़े अपराधी की गिरफ्तारी हो और मृतकों के परिवार को 20 लाख और घायलों को 10 लाख रुपये का मुआवजा तत्काल दिया जाए। वहीं पूर्व मंत्री श्री रामानंद राय ने कहा कि यह घटना सामंती वर्चस्व की देन है, जिसे रोकने में जिला प्रशासन पूरी तरह विफल रहा। नीतीश सरकार की नाकामी ने पूरे बिहार को अपराध का गढ़ बना दिया है। हमारी पार्टी पीड़ितों के साथ खड़ी है और दोषियों को कठोर सजा दिलाने के लिए संघर्ष करेगी। केंद्र और राज्य सरकार की विफलता ने बिहार को अराजकता की ओर धकेल दिया है। वहीं जिला प्रवक्ता आलोक रंजन ने कहा कि लहरपा की घटना बिहार में एनडीए सरकार की नाकामी का जीता-जागता सबूत है। सामंती गुंडों को संरक्षण देने वाली यह सरकार गरीबों, दलितों और पिछड़ों के खून की जिम्मेदार है। हमारी पार्टी पीड़ितों के साथ हर कदम पर खड़ी है।
जिला प्रशासन और आरक्षी अधीक्षक से भी की मुलाकात –
घटनास्थल पर पीड़ित परिवारों से मिलने के बाद, राजद के 10 सदस्यीय शिष्टमंडल ने भोजपुर के जिलाधिकारी और आरक्षी अधीक्षक से मुलाकात की और ज्ञापन सौंपा। शिष्टमंडल ने इस जघन्य घटना की उच्चस्तरीय जांच, दोषियों की तत्काल गिरफ्तारी, स्पीडी ट्रायल चला कर कठोरतम कार्रवाई और पीड़ित परिवारों के लिए 20 लाख (मृतकों) और 10 लाख (घायलों) रुपये के मुआवजे और पीड़ित परिवार की सुरक्षा की मांग की। प्रतिनिधिमंडल में अगिआंव प्रमुख मुकेश सिंह यादव, जिप अध्यक्ष आशा पासवान, अदीब रिजवी, प्रवक्ता आलोक रंजन, शैलेंद्र कुमार, मंटू शर्मा, हाकिम प्रसाद, सुनील यादव, जिप उपाध्यक्ष लालबिहारी सिंह, नंदकिशोर सिंह, विनोद चंद्रवंशी, रजनीश यादव, भीम यादव, सोनू रजक, रवि आनंद, मुन्ना सम्राट, राजीव, अनिल यादव समेत कई उपस्थित रहे