Join Whatsapp Group
Join Our Whatsapp Group
बिहार

Ara : 24 अप्रैल को कुंवर सिंह विजयोत्सव, राष्ट्रीय कुंवर वाहिनी करेगी देश का भ्रमण : धीरज सिंह

रिपोर्ट– जितेंद्र कुमार

आरा : राष्ट्रीय कुंवर वाहिनी की तत्वावधान में आरा के नागरी प्रचारिणी में वीर कुंवर सिंह विजयोत्सव समारोह का 24 अप्रैल को आयोजन किया गया है। इस कार्यक्रम में बिहार-यूपी- झारखंड सहित अन्य प्रदेशों से दिग्गज जुट रहे हैं। इसको लेकर राष्ट्रीय कुंवर वाहिनी के राष्ट्रीय अध्यक्ष धीरज कुमार सिंह उर्फ लव जी ने प्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि विजयोत्सव समारोह को लेकर सारी तैयारी पूरी कर ली गई है। इसमें आने वाले अतिथियों के द्वारा बाबू वीर कुंवर सिंह जी के व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डाला जाएगा। आरा में पहली बार इतने बड़े पैमाने पर गैरराजनीतिक तौर पर विजयोत्सव का आयोजन किया गया है। इस कार्यक्रम को 24 अप्रैल को किए जाने का कारण ये है कि 23 अप्रैल को बाबू कुंवर सिंह के जगदीशपुर में उनकी प्रतिमा पर राष्ट्रीय कुंवर वाहिनी तथा अन्य लोगों के द्वारा माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी जाएगी।

मुरली मनोहर श्रीवास्तव विजयोत्सव में लेंगे हिस्सा
आगे सिंह ने ये भी बताया कि बिहार के मंत्री राजू सिंह, उत्तर प्रदेश के विधान पार्षद ब्रजेश सिंह, विधान पार्षद विनित सिंह, विधान पार्षद महेश्वर सिंह, जगजीवन राम शोध संस्थान के निदेशक नरेंद्र पाठक, मगध विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ शशि प्रताप शाही, वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ.शैलेंद्र कुमार चतुर्वेदी, मौर्य होटल के जीएम बी.डी.सिंह, होम्योपैथ एसोशिएशन के अध्यक्ष डॉ. रामजी सिंह, प्रिंसिपल डॉ. विजय सिंह के अलावे बाबू वीर कुंवर सिंह के ऊपर ‘वीर कुंवर सिंह की प्रेमकथा’ पुस्तक लिखने वाले लेखक मुरली मनोहर श्रीवास्तव भी इस विजयोत्सव में हिस्सा लेने के लिए आ रहे हैं।

कुंवर सिंह के कई अनछुए पहलूओं पर भी चर्चा होगी
इस कार्यक्रम के माध्यम से कुंवर सिंह के कई अनछुए पहलूओं पर भी चर्चा होगी और आगे कई रणनीति पर काम किया जाने को लेकर एक रुट चार्ट तैयार किया जाएगा। आगे श्री सिंह ने कहा कि इस बैठक का मूल उद्देश्य था कि किसी प्रकार 24 अप्रैल के कार्यक्रम को सफल बनाया जाए। इसमें लगभग 5 हजार से अधिक लोगों के शिरकत करने की संभावना है, जिसमें 1000 सिर्फ महिलाएं होंगी। इस कार्यक्रम का मकसद है लोगों तक बाबू साहब की देश की आजादी के लिए किए गए कार्यों को जन-जन तक पहुंचाना। सभी लोगों को जिम्मेदारी सौंप दी गई है, सारे लोग कार्यक्रम को सफल बनाने में तन-मन-धन से जुट गए हैं।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button